हमारा परिचय
ट्रूकॉलर स्वीडन की एक कंपनी है, जिसकी स्थापना 2009 में स्टॉकहोम, स्वीडन में नामी ज़र्रिन्घलम और एलन मामेडी ने की थी। कंपनी के सह-संस्थापकों ने अपने छात्र जीवन के दौरान ही इस ऐप की शुरुआत की थी, जो अनजान नंबरों से आने वाली कॉल की पहचान के लिए एक समाधान तैयार करना चाहते थे।
आज, दुनिया भर में लाखों लोग ट्रूकॉलर को पसंद करते हैं और हर महीने इसके एक्टिव यूजर्स की संख्या 43 करोड़ से ज़्यादा है। इसके अलावा, यह कॉलर की पहचान जानने और स्पैम को ब्लॉक करने के लिए भी लोगों का सबसे पसंदीदा ऐप है।
ट्रूकॉलर से संबंधित आँकड़े
हमारी ज़रूरत क्यों है।
उस दौर को याद कीजिए, जब फ़ोन की घंटी बजती थी और आपको मालूम नहीं होता था कि आप किससे बात कर रहे हैं? उस समय, हम सभी बस यही जानना चाहते थे कि हमें किसने फ़ोन किया है, ताकि ऐसे लोगों के साथ बातचीत करने से बचा जा सके जिनसे हम बात नहीं करना चाहते हैं। इसी ज़रूरत ने ट्रूकॉलर को जन्म दिया। अनिश्चितता को दूर करने के लिए। ज़रूरी बातचीत को बेमतलब की शोर-ग़ुल से अलग करने के लिए।
आज हम खुशी से कह सकते हैं कि ट्रूकॉलर के साथ अनिश्चितता का वह दौर खत्म हो चुका है। हम आने वाले कल के संचार को ज़्यादा सुरक्षित, स्मार्ट और अधिक कुशल बनाकर दुनिया के हर हिस्से में लोगों के बीच भरोसा कायम करना चाहते हैं। हमारे उपयोगकर्ता कॉल की शुरुआत में, लेन-देन के बीच में या हस्ताक्षर के अंत में, किसी भी समय हम पर भरोसा कर सकते हैं।
हमारी कहानी
आज, दुनिया भर में लाखों लोग ट्रूकॉलर को पसंद करते हैं और हर महीने इसके एक्टिव यूजर्स की संख्या 35.6 करोड़ से ज़्यादा है। इसके अलावा, यह कॉलर की पहचान जानने और स्पैम को ब्लॉक करने के लिए भी लोगों का सबसे पसंदीदा ऐप है।
इंजीनियरिंग के 2 छात्रों नामी ज़र्रिन्घलम और एलन मामेडी ने एक इंटरनेट फ़ोरम पर एक कॉलर आईडी ऐप की शुरुआत की, जिसने धूम मचा दी और 1 हफ्ते के भीतर ही 10,000 लोगों ने इसे इंस्टॉल किया। इस ऐप को पहली बार सिम्बियन और माइक्रोसॉफ्ट विंडोज मोबाइल पर लॉन्च किया गया था, और उसी साल बाद में इस ऐप को एंड्राइड तथा एप्पल आईफोन पर भी लॉन्च किया गया।
लोगों के बीच ट्रूकॉलर की लोकप्रियता बढ़ी, और यह जॉर्डन तथा लेबनान के शीर्ष 3 ऐप में शामिल हो गया।
ट्रूकॉलर ने अपने दायरे को बढ़ाते हुए भारत में कदम रखा और 3 कार्यालयों में से पहले कार्यालय का शुभारंभ किया। ऐप को ब्लैकबेरी, विंडोज फोन और नोकिया सीरीज 40 के लिए जारी किया गया था।
पूरी दुनिया में ट्रूकॉलर के एक्टिव यूजर्स की संख्या 1 करोड़ हो गई।
सिकोइया कैपिटल (एप्पल, ज़ूम और व्हाट्सएप के अलावा बहुत-सी अन्य कंपनियों के शुरुआती निवेशक) और मौजूदा निवेशक ओपनओशन की अगुवाई में एक फाइनेंसिंग राउंड में 19 मिलियन अमेरिकी डॉलर प्राप्त किए।
एटमिको (निकलास जेनस्ट्रॉम के फंड), सिकोइया कैपिटल तथा क्लेनर पर्किन्स (गूगल, अमेज़ॅन और स्पॉटिफाई में शुरुआती निवेशक) की अगुवाई में एक फाइनेंसिंग राउंड में अतिरिक्त 60 मिलियन अमेरिकी डॉलर प्राप्त किए।
कंपनी द्वारा पेश की जाने वाली ढेर सारी संचार सुविधाओं में SMS को भी शामिल किया गया।
विज्ञापन प्लेटफॉर्म का शुभारंभ, जिसके बाद पहली बार उत्पाद से राजस्व प्राप्त करना संभव हो पाया।
पूरी दुनिया में ट्रूकॉलर के एक्टिव यूजर्स की संख्या 10 करोड़ हो गई।
भारत में एक सहायक कंपनी शुरू की और एक स्थानीय संगठन का निर्माण किया।
राजस्व प्राप्त करने के दूसरे साधन के रूप में सब्सक्रिप्शन सेवा का शुभारंभ किया।
पूरी दुनिया में ट्रूकॉलर के एक्टिव यूजर्स की संख्या 20 करोड़ और भारत में 15 करोड़ हो गई।
ट्रूकॉलर भारत में संचार से जुड़े शीर्ष 3 मोबाइल ऐप में शामिल हो गया।
ट्रूकॉलर ने हर महीने 25 करोड़ एक्टिव यूजर्स और 50 करोड़ रजिस्टर्ड यूजर्स का आँकड़ा पार करके बड़ी उपलब्धि हासिल की।
राजस्व प्राप्त करने के तीसरे स्रोत के रूप में कंपनी ने अपने पहले B2B प्रोडक्ट, "ट्रूकॉलर फॉर बिजनेस" को लॉन्च किया।
आधे भारतीय स्मार्टफोन उपयोगकर्ता ट्रूकॉलर का इस्तेमाल करते हैं!
अक्टूबर में ट्रूकॉलर को नैस्डैक स्टॉकहोम में सूचीबद्ध किया गया और नवंबर में कंपनी ने 30 करोड़ एक्टिव यूजर्स की महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की।